The clustering Illusion अपना टाइम आएगा वाला धोखा
अक्सर हम सोचते हैं कि अपना टाइम आएगा और अपने इस टाइम के चक्कर में समय गंवाते रहते हैं एक बार एक जुआरी जुआ खेल रहा था उसको लग रहा था. वो 9 बार अपना दांव हार चुका था और उसके पैसे भी खत्म होने वाले थे लेकिन वो बार-बार खुद से कह रहा था कि इतनी बार हारने के बाद उसकी एक चाल बाकी है और वो उसकी ही होगी...लेकिन ऐसा नहीं हुआ ...क्योंकि उसकी चाल में पासे का हरे रंग आने की संभावना सिर्फ 50 प्रतिशत थी...लेकिन उसको बार-बार लग रहा था कि उसकी नंबर आने वाला है और वो गेम जीत जाएगा...इसे CLUSTERING ILLUSION कहते हैं...
इस बात को और दूसरे तरीके से समझिए क्रिकेट खेल रहा एक कप्तान सोचता है कि वो दो बार टॉस हार चुका है लेकिन उसे बार-बार लगता है कि दो बार हारने के बाद इस बार वो तीसरी बार भी टॉस जीत जाएगा...लेकिन उसके तीसरी बार टॉस जीतने की संभावना भी पहले बार टॉस फेंक जाने जीतनी ही होती है लेकिन उसे लगता है कि दो बार हारने के बाद तीसरी बार उसके जीतने की संभावना बढ़ चुकी है
जिंदगी काफी जटिल है और इसमें बार-बार पैटर्न ढूंढने की कोशिश कई बार गलत फैसलों की तरफ ले जाती है....इस बार हमें पैटर्न ढूंढने से पहले अपनी प्रायकिता के नियम का पालन करना चाहिए...